संदेश

मार्च, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Poetry With Maa DAP Tailent/ DAP Central

Hindi Poetry DAP Tailent Akhilesh Yadav Official

चित्र
New Poetry With Nisha (Night)  " निशा "  कहने को तो निशा एक रात्रि है , लेकिन वो सावन की एक महाशिवरात्रि है , हमने मान लिया निशा एक रात है , लेकिन दिन की शुरुआत है , निशा एक रात्री का शब्द है , जैसे कभी चंद्रमा अर्ध है , माना निशा एक घटना है , लेकिन चोरों को उसी से पिटना है , निशा एक अंधकार है , अब मान भी लो दिन की शुरुआत है , निशा में एक सोने की बात है , लेकिन मेरे लिए वो सबसे खाश है , कहने में ये तम ही है , लेकिन रात को सोने से पहले नमन भी है , अपनों को गुड नाईट कहने का अभियान यही है , जिसका जनमदिन है उसको इन्तजार यही का है , तुम खुश हो ये नाराज वो आती जरूर है , सब को एक साथ सुलाने का पैग़ाम यही है ।     🖋️ @ DAP Tailent Official